महाविद्यालय में दिनांक 28 सितंबर 2021 को एक दिवसीय ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन हुआ। महाविद्यालय के आइ.क्यू.ए.सी सेल, सेमिनार सेल एवं लीगल लिटरेसी सेल के संयुक्त तत्वाधान में "Intellectual Property Rights: Importance and Basic Laws" विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। सर्वप्रथम सेमिनार समन्वयक एवं आइ.क्यू.ए.सी समन्वयक डॉ चंदन कुमार ने विषय से अवगत कराते हुए प्राचार्य महोदय को आमंत्रित किया। प्राचार्य डॉ एस एस अग्रवाल ने बौद्धिक संपदा पर अपने तथ्य एवं जानकारियां रखा एवं डॉ चंदन कुमार को इस आयोजन हेतु बधाई दी। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता के रूप में श्री पवन कुमार थे, जो वर्तमान में झारखंड हाई कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में कार्यरत हैं। मुख्य वक्ता पूर्व में सर्वोच्च न्यायालय,भारत सरकार में भी अधिवक्ता के रूप में कार्य कर चुके हैं एवं चार पुस्तकों के लेखक हैं। मुख्य वक्ता ने बहुत ही सुलभ तरीके से बौद्धिक संपदा को उनसे संबंधित कानूनों को उदाहरण के साथ समझाया। मुख्य वक्ता ने पेटेंट कानून, कॉपीराइट कानून, ट्रेडमार्क एवं बौद्धिक संपदा से जुड़े हर पहलू को अपने वक्तव्य में स्थान दिया। सेमिनार के अंतिम चरण में विद्यार्थियों एवं सेमिनार में जुड़े अन्य लोगों ने मुख्य वक्ता से अपने प्रश्नों का समाधान पाया। सेमिनार के सचिव एवं वनस्पति शास्त्र विभागाध्यक्ष श्री टी . आर. राहंगडाले ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया एवं धन्यवाद ज्ञापन दिया। डॉ चंदन कुमार ने सेमिनार समन्वय के रूप में सेमिनार के सफल आयोजन हेतु प्राचार्य महोदय को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया सेमिनार में छत्तीसगढ़ राज्य एवं अन्य राज्यों से लगभग 300 से अधिक विद्यार्थी, प्राध्यापक, शोधार्थी शामिल हुए। इस सेमिनार को सफल बनाने में डॉ वी. के. झा, श्री सी. बी. मिश्रा, श्री आनंद कुमार पैकरा, डॉ. कल्याणी जैन एवं सुश्री प्रतिभा कश्यप का सहयोग रहा।