महाविद्यालय में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर पर्यावरण अध्ययन एवं जलीय पारिस्थितिकी तंत्र के अध्ययन हेतु प्रोटोटाइप एक्वेटिक पाॅन्ड का निर्माण पूर्ण किया गया । इस एक्वेटिक पाॅन्ड के निर्माण में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस एस अग्रवाल द्वारा संपूर्ण निर्देशन किया गया । वनस्पति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष श्री टीआर राहंगडाले के द्वारा एक्वेटिक पाॅन्ड के निर्माण में लगातार सराहनीय कार्य किया गया, जिसके फलस्वरूप यह समय पर तैयार हो सका । वनस्पति शास्त्र एमएससी प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों तथा वनस्पति शास्त्र में पदस्थ गेस्ट लेक्चरर श्रीमती सुप्रिया तिवारी ने मिलकर एक्वेटिक पाॅन्ड के लिए सूरजपुर शहर के विभिन्न तालाबों से एक्वेटिक प्लांट्स कलेक्ट किया तथा इस प्रोटोटाइप एक्वेटिक पाॅन्ड में उन्हें स्थापित किया । कलेक्ट किए गए प्लांट्स में जलकुंभी, सिंघाड़ा वेलिसनेरिया, हाइड्रिला, एजोला, पिस्टिया इत्यादि है । महाविद्यालय के लिए यह एक महत्वपूर्ण सुविधा है इसके उपयोग से महाविद्यालय के विद्यार्थियों को पारिस्थितिकी तंत्र के अध्ययन हेतु आसानी होगी, उन्हें इस कार्य के लिए अधिक दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी । विद्यार्थियों को आसानी से पर्यावरण में जलीय पारिस्थितिकी तंत्र की भूमिका के बारे में अध्ययन कराया जा सकता है ।